100% Divyang Kishan Lal was helped by Samoon Foundation for his survival

ग्राम पंचायत- पाव, पोस्ट ऑफिस -न्यूली,  जिला - टिहरी गढ़वाल ,के मूल निवासी  बुजुर्ग माता जी श्रीमती बसंती देवी जी का निवेदन पत्र प्राप्त  हुआ है जिसमे उन्होने बताया है कि पति का देहांत के बाद पुर्ण रुप से विकलाँग बेटे के पालन पोषण की जिम्मेदारी उनके उपर आ गयी ।  उनके दो पुत्र है बड़ा बेटा ध्याड़ी मजदूरी करते है और छोटे वाले बेटे १०० % विकलांक है अभी  उनकी आयु ३६ वर्ष है और घर परिवार में उनके विकलांग बेटे की आजीविका हेतु  कोई साधन नहीं है।   किशनलाल  जी का १०० % विकलांग होने के कारण उनका अभी तक आधार कार्ड भी नहीं बना है इस कारण उनको विकलांग पेंशन भी नहीं मिल पाती है ।

 पिछले 35 सालोँ से विशन एक ही जगह पर लेटा हुआ है, भुख, प्यास, अपना दुख दर्द कुछ भी बयाँ नही कर पाता है । बुजुर्ग माता जी समय समय पर खुद ही विशन को खाना, पानी और शौच करवाती है लेकिन तब क्या होगा जब बुजुर्ग माँ इस दुनियाँ मे नही होगी ।

किशन लाल के बारे मे जानकारी मिलते ही हम किशन  लाल के लिए वास्तव मे कुछ करना चाहते थे लेकिन येसा क्या करेँ कि विशन की जीवन मे थोडा बहुत भी परिवर्तन आये, हमने परिवार से बात की क्या यदि अभी ईलाज करवाया जाए तो कितनी सम्भावनाएँ है लेकिन परिवार के सदस्योँ ने कहा कि ईलाज करवा कर भी कुछ फायदा नही क्योंकि डाक्टरो ने मना कर दिया । फिर हमने विशन का विडियो मंगवाया जिसमे बुजुर्ग माता जी विशन को लेटा कर खाना खिला रही है और हमने महसुस किया कि लेट कर खाने की जगह यदि वह वील चेयर मे बैठ कर खाना खाए तो शायद उसे खाना खाने मे आसानी होगी और पाचन भी सही होगा तो परिवार ने कहा कि विशन बैठ नही सकता है इसलिए हमने निर्णय लिया कि विशन के लिए एक होस्पिटल बेड जिसको खाना खिलाते समय ऊपर नीचे किया जस सके खरिद कर उनके घर मे पहुँचाया हैं ताकि जब बुजुर्ग माता जी बिशन को खाना खिलाए तो बेड तो थोडा सा टिल्ट कर दे और किशन आसानी से खाना खा ले साथ ही कभी यदि बंद कमरोँ से खुले आसमान मे आना चाहे तो स्ट्रेचर के सहारे आ सकेँ ।

समूण फाउंडेशन द्वारा आज दिव्यांग किशन लाल  के घर जा कर उन्हें मेडिकेटिड बेड जिसको आगे- पीछे, ऊपर-नीचे सुविधानुसार कर सकते है साथ ही स्ट्रेचर, ब्लेंकेट्स, तकिया और राशन आदि सामग्री लेकर उनके गाँव - पाव, पोस्ट ऑफिस -न्यूली, जिला - टिहरी गढ़वाल पहुंची । यह सभी संभव हो पाया है आप जैसे सभी सम्मानित सदस्यों एवं दानदाताओं के अनुकरणीय सहयोग से ।

हालांकि चाह कर भी दिव्यांग किशन लाल के लिए बहुत कुछ तो नही कर सके लेकिन जितना भी किया है उससे अवश्य ही किशन लाल के जीवन मे थोड़ा सा परिवर्तन तो अवश्य आएगा ।  कल्पना कीजिएगा एक दिव्यांग पिछले 34 सालों से जमीन पर लेट कर अपना अमानवीय जीवन व्यतीत कर रहा था और आज उसने अपने जीवन में थोड़ा सा परिवर्तन महसूस किया होगा और उसकी अंतरात्मा से निकली दुआ अवश्य ही आपके जीवन में आपको सफलता के मार्ग पर अग्रसर करेगी ????????

समूण_फाउंडेशन उत्तराखंड में जन समस्याओं को सरकार एवं अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करता है । किशनलाल की दिव्यांगता पेंशन ना मिलने के बारे में आवाज उठाने पर संबंधित अधिकारियों द्वारा त्वरित एक्शन लेते हुए किशन लाल की पेंशन पुनः सुचारु की गई।

आशा करते हैं कि किशन लाल जैंसे और भी जरूरतमंदों के हितार्थ आपका साथ आगे भी यूं ही मिलता रहेगा इसी आशा के साथ .......

समूण परिवार
मानवता की सेवा हेतु समर्पित

Subscribe
Our Newsletter