श्यामपुर ऋषिकेश के गुलजार फार्म मे किराये के मकान मे रह रही सरस्वती देवी के पति एक औटो चालक थे जिनकी एक दुर्घटना मे म्रत्यु हो गयी थी । सरस्वती देवी जी के एक पुत्र शिवम और पुत्री सरस्वती है और दोनो स्कूल मे पढाई कर रहे है । घर मे कमाने वाला कोई नही है और 2-2 बच्चोँ की पढाई की जिम्मेदारी सरस्वती देवी के उपर है इसलिए सरस्वती देवी ने एक सिलाई की दुकान खोलने का निर्णय किया । समूण परिवार की ओर से सरस्वती देवी की दुकान हेतुु एक शिलाई मशीन एँव कुछ अन्य सामान खरिद कर प्रदान किये गये, ताकि इस लघु उध्योग के माध्यम से वह अपने परिवार का भरण – पोषण कर सके ।
समूण परिवार सरस्वती देवी और बच्चोँ के उज्जवल की कामना करतेँ है ।