
गंगा, एक नदी ही नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति की एक गौरवशाली पहचान है। देवनदी, जाह्नवी, विष्णुपदा, शिवशीशधारिणी जैसे 108 नामोँ से माँ गँगा को जाना जाता है, लेकिन आज यह स्तिथी है कि जिस गँगा के जल को अमृत समान पवित्र माना जाता था आज पीने योग्य भी नही है । कारखानोँ, नदी, नालोँ और शहरोँ का सारा कचरा व दुषित जल हम गँगा मे छोड रहे है जिस तरह से गँगा दिन प्रतिदिन प्रदुषित होती जा रही है ।
स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से देश को स्वच्छ और सुन्दर बनाने की दिशा मे बहुत ही सुन्दर पहल शुरु हुयी है और देश के कोने कोने से लोग इस अभियान से जुड रहे है, ये इसलिये नही कि ये माननिय मोदी जी द्वारा शुरु किया गया बल्कि इसलिये कि देश के हर एक नागरिक से स्वच्छता से प्रेम है और हम स्वच्छ और सुन्दर वातावरण मे रहना पसँद करते हैँ ।
हम सब देशवासियोँ की जिम्मेदारी है कि हम सब मिलकर अपने घर, गाँव, गलियोँ, मुहल्लोँ शहरोँ व कार्य स्थल को स्वच्छ बनाये रखते हुये एक सुन्दर और स्वच्छ वातावरण मे रहेँ, साथ ही अपने शहर से बहती माँ गँगा को साफ रखते हुये दुनियाँ के सामने अपने देश को एक आदर्श देश के रुपमे प्रस्तुत करने मे अहम भुमिका निभायेँ ।
अगर स्वच्छ भारत अभियान के साथ – साथ गँगा सफाई अभियान के प्रति भी लोगो को जागरुक किया जाय तो निश्चय ही अमृत समान पवित्र गँगा के जल को दुषित होने से बचाया जा सकता है । इस अभियान का नाम भी इसलिये हमने “स्वच्छ भारत की पवित्र गँगा” रखा है ।
पहाडोँ से कल-कल छल-छल की आवाज करती हुयी बहती गँगा माँ जब शहरोँ मे प्रवेश करती है तो वह शांत रुप मे आ जाती है और उसका स्वरुप ही बदल जाता है । ऋषिकेश ही पहला शहर है जँहा पर गँगा का मिलन शहर से होता है इसलिए हमने ऋषिकेश शहर को ही ही सर्वप्रथम जागरुकता व स्वच्छता हेतु चयनित किया है और हमारी कोशिश रहेगी कि जिन जिन शहरोँ से होते हुए माँ गँगा आगे बढती है उन हर एक शहरो तक भी इस अभियान को पहुँचाया जाय ताकि गँगा का जल सदैव निर्मल और पवित्र बना रहे ।
समूण परिवार के सभी सदस्य दिनाँक 31/01/2016 प्रात: 10 बजे से 2 बजे तक ऋषिकेश मेँ “स्वच्छ भारत की पवित्र गँगा” कार्यक्रम् के तहत “स्वच्छता जागरुकता रैली” निकाली गयी व ततपश्चात माँ गँगा के घाटोँ की सफाई की गयी साथ ही लोगोँ से अपने शहर व शहर से बहती माँ गँगा को स्वच्छ बनाये रखने हेतु निवेदन भी करेँगेँ ।
हमने ऋषिकेश की स्थानीय जनता से निवेदन किया है कि अपने किमती समय मे से 1 – 2 घँटे का समय निकालकर श्रमदान करके, इस अभियान से जुडेँ व स्वच्छ एँव सुन्दर भारत के निर्माण मे भागिदारी निभायेँ । हर देशवासी अगर 1 घँटे का समय श्रमदान के रुप मे दे तो निश्चय ही हमारा स्वच्छ भारत का सपना साकार हो पायेगा । वँहा की स्थानीय जनता स्वेच्छा से इस नेक कार्य हेतु हेतु आगे आ रहे हैँ और हमे आश्वासन दिया है कि वह हमे पुर्ण सहयोग प्रदान करेँगे ।
आओ मिलकर एक सुन्दर और स्वच्छ भारत का निर्माण करेँ और सपथ लेँ कि हम अपने घर, मुहल्ले, गाँव, गली, शहर और कार्य स्थल को स्वच्छ बनाये रखेँगे ।